Thursday, August 23, 2012

तुम


अजब हो तुम, ग़जब हो तुम,
मेरी ज़िन्दगी का सबब हो तुम !

गीता के श्लोक, कुरान की आयतें,
मेरा धरम, मेरा मज़हब हो तुम !

और क्या कहूँ, मैं शान में तुम्हारी,
जो मैंने चाहा, वो सब हो तुम !!!!