Sabir ki shayari
There is no logic in love, just magic!!!
Saturday, March 26, 2011
बुरी सूरत
उसकी ज़रुरत से मात खा गए,
"साबिर" बुरी सूरत से मात खा गए !
लहज़ा शायराना, अंदाज़ आशिकाना,
मगर महूरत से मात खा गए !
मुहब्बत, इबादात, फरियादें और मिन्नतें,
पत्थर की मूरत से मात खा गए !!
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