ये चलन जाने कब से है,
इश्क़ का वास्ता रब से है !
यार तो सब ही हैं अपने,
पर रंजिशें भी सब से है !
जिस लम्हे तूने दिल तोडा,
तेरे मुरीद हम तबसे हैं !
उसे रंज है मेरी रुसवाई का,
अंजान मगर वो सबब से है !
या खुदा तेरे इंसाफ़ का सदका,
हालात तो मेरे गज़ब से हैं !!
Superb!
ReplyDeleteGood to read a great post after a long time
यार तो सब ही हैं अपने,
पर रंजिशें भी सब से है !
awesome lines
Thanks :)
DeleteVery nice, thanks for sharing..
Deletepls visit my new blog and do share your views..
USA NEWS TIME
Thank you
Thanks
Deleteसुन्दर
ReplyDeleteEnjoyed reading the above post, it really explains everything in depth, the article is very interesting and successful.
ReplyDeleteGood Work Keep it up!
wishes
ReplyDeletequotes
saying
text
saying