Sunday, January 8, 2012

वो


मेरे पूछने पर इन्कार नहीं कर पाते हैं वो,
खुद मुहब्बत का इज़हार नहीं कर पाते हैं वो !

मैं खुश हूँ उनसे ख्वाबों-ख्यालों में मिलकर,
लेकिन कभी मेरा दीदार नहीं कर पाते हैं वो !

यूँ नहीं की मुहब्बत से ऐतराज़ है उन्हें,
मगर फ़िर मुझसे प्यार नहीं कर पाते हैं वो !

सोचा था हाल-ए-दिल कहेंगे उनसे मिलकर,
मेरे इरादों पर ऐतबार नहीं कर पाते हैं वो !

"साबिर" क्या कहूँ उनके रूठने का सबब,
मुझसे कभी तकरार नहीं कर पाते हैं वो !