यार है वो, दिलदार है वो,
मगर दिल का करार है वो,
मेरी ही तरह, बेकरार है वो,
ग़ज़ल है वो, अशार है वो,
यादों से मेरी, फरार है वो,
जीत है मेरी, और हार है वो,
खफा ही सही, लेकिन प्यार है वो,
"साबिर" मेरी तरह, गुनाहगार है वो,
अनजान है लेकिन, मददगार है वो,
पहली बारिश है वो, बहार है वो,
मेरा भरोसा, मेरा ऐतबार है वो,
मेरी आदतों का शिकार है वो,
पूरे चाँद का दीदार है वो,
मेरी ज़िन्दगी में शुमार है वो,
मेरा नशा, मेरा खुमार है वो,
इलाज-ए-दर्द-ए-दिल में असरदार है वो.
wohi to likha hai poori ghazal mein, ki kaun hai woh.......
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